भारतीयों के स्वाभिमान व आत्मसम्मान को नष्ट करने के लिए तथा बच्चों का नैतिक व चारित्रिक पतन करने हेतु हम भारतीयों के मन-मस्तिष्क में बचपन से ही अपने पूर्वजों के ज्ञान, जीवन व चरित्र के बारे में, एक षड्यंत्र के तहत झूठी, मनगढन्त, निराधार व अपमानजनक बातें पढ़ाई जा रही हैं, जिससे हम भारतीय हर बात में पश्चिम के लोगों अर्थात अंग्रेजों, पश्चिम के विचार, दर्शन और संस्कृति को सर्वश्रेष्ठ मानकर स्वयं से व अपने पूर्वजों से घृणा करने लगे हैं, आज़ादी के इन 66 वर्षों के बाद भी यह घृणित व अपमानजनक षड़यंत्र को पूरी तरह समाप्त कराकर सम्पूर्ण शिक्षा-व्यवस्था का भारतीयकरण या स्वदेशीकरण करायेंगे…
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