शिक्षा के बारे में, जिस बात को हम वर्षों से कह रहे हैं कि ज्ञान को व्यवसाय न बनाया जाये तथा हमारी जड़ों को खोखला करने वाली नहीं सुदृढ़ करने वाली शिक्षा होनी चाहिए। साथ ही व्यवसायीकरण से ही श्रेष्ठ एवं पूजनीय गुरु के स्थान पर 'चीटर बनते टीचर' के कारण शिक्षा के गिरते स्तर, मात्र नौकरी की योग्यता वाली शिक्षा नहीं मानव को महामानव बनाने वाली शिक्षा, भारत को विश्वगुरु बनाने वाली शिक्षा, देश तथा समाज का भविष्य उज्जवल बनायें।
कुछ इससे मिलते जुलते विषय पर आधारित फिल्म है चाक N डस्टर
जिसमे समर्पित श्रेष्ठ प्रधानाचार्य तथा दो शिक्षिकाओं को हटाकर धंधेबाज स्कूल प् कब्ज़ा कर लेते है। तब एक संघर्ष जन्म लेता है, सत्य और असत्य में। अंत में सत्य की विजय होती है।
https://www.youtube.com/watch?v=sRID06Whu5k&list=PLAE8D099A09257147&index=115
हमें, यह मैकाले की नहीं, विश्वगुरु की शिक्षा चाहिए।
आओ, जड़ों से जुड़ें, मिलकर भविष्य उज्जवल बनायें।।- तिलक
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